कागज़ फाड़ दिए मैंने कागज़ फाड़ दिए मैंने सींचे थे खून पसीनों से, लिख पढ़ के साल महीनों से, रद्दी के जो ज़द हुवे, निरर्थक […] Jun 25, 2018 15 14